⚜️सच्चाई की जीत⚜️

  ⚜️सच्चाई की जीत⚜️

   एक गांव में एक गरीब किसान रहता था। वह बहुत ही ईमानदार और मेहनती था। वह दिन-रात मेहनत करके अपना और अपने परिवार का भरण-पोषण करता था। एक दिन, वह जंगल में लकड़ी काट रहा था। तभी उसे एक थैला मिला। उस थैले में सोने के सिक्के भरे हुए थे। किसान बहुत खुश हुआ। उसने सोचा कि अब उसकी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी। उसने थैला अपने घर ले जाकर अपनी पत्नी को दिखाया। पत्नी भी बहुत खुश हुई। उन्होंने उस सोने को एक सुरक्षित जगह पर छुपा दिया।
      कुछ दिनों बाद, एक राजा अपने सैनिकों के साथ जंगल में शिकार खेल रहा था। तभी उसे किसान का घर दिखाई दिया। राजा ने सोचा कि किसान के पास सोने के सिक्के होंगे। उसने अपने सैनिकों को किसान को बुलावा भेजा। जब किसान राजा के सामने पहुंचा, तो राजा ने उससे पूछा, “तुम्हारे पास सोने के सिक्के हैं?”
   किसान घबरा गया। उसने झूठ बोला, “नहीं महाराज, मेरे पास सोने के सिक्के नहीं हैं।”
राजा को किसान पर शक हुआ। उसने किसान को थैला दिखाया और कहा, “यह थैला तुम्हारा है?”
किसान ने थैला देखकर पहचान लिया। वह घबरा गया और बोला, “हाँ महाराज, यह थैला मेरा है। लेकिन मैंने इसे यहाँ नहीं फेंका था। मुझे यह जंगल में मिला था।”
     राजा ने किसान को गिरफ्तार कर लिया और उसे अपने साथ महल ले गया। राजा ने किसान को एक कठोर सजा देने का फैसला किया।
    दूसरे दिन, राजा ने किसान को अपने सामने खड़ा किया और कहा, “तुम्हें सजा दी जाती है कि तुम्हें ज़िंदा जला दिया जाए।”
किसान को बहुत दुख हुआ। उसने सोचा कि अब उसकी सारी जिंदगी खत्म हो जाएगी। तभी एक साधु वहां आए। उन्होंने राजा से कहा, “महाराज, इस किसान को सजा देने से पहले, आप उससे उसकी कहानी सुन लें।”
   राजा ने किसान से उसकी कहानी सुनने का फैसला किया। किसान ने राजा को सारी कहानी बताई। राजा को किसान की कहानी पर विश्वास हुआ। उसने किसान को माफ कर दिया और उसे स्वतंत्र कर दिया।
   राजा ने किसान को एक उपहार दिया और कहा, “मैं तुम्हारी ईमानदारी से बहुत प्रभावित हुआ हूँ। तुम एक सच्चे इंसान हो।”
   किसान बहुत खुश हुआ। उसने राजा का धन्यवाद किया और अपने घर लौट गया।
शिक्षा:- सच्चाई हमेशा जीतती है। चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, सच्चाई का साथ कभी नहीं छोड़ना चाहिए।